पात-पात फुदकन
गात-गात मुदकन
हर शोक का हरण है
बसंत आने का लक्षण है ?
बिखरी-बिखरी कस्तूरी
निखरी-निखरी अंकूरी
रस-रूप का उपकरण है
बसंत आने का लक्षण है ?
देहरी-देहरी सिंदुरी
रेहरी-रेहरी अबीरी
उल्लास का उच्चरण है
बसंत आने का लक्षण है ?
सिकुड़ी-सकुड़ी साँसें
उखड़ी-उखड़ी टाँसें
बड़ा मीठा-सा मरण है
बसंत आने का लक्षण है ?
अंग-अंग गदरीला
संग-संग सुरभीला
बावले युगलकों का वरण है
बसंत आने का लक्षण है ?
ताल-ताल थिरकन
चाल-चाल बहकन
विगत का विस्मरण है
बसंत आने का लक्षण है ?
राग-राग मल्हार
फाग-फाग विहार
पुलक का प्रस्फुरण है
बसंत आने का लक्षण है ?
देहरी-देहरी सिंदुरी
ReplyDeleteरेहरी-रेहरी अबीरी
उल्लास का उच्चरण है
बसंत आने का लक्षण है ?
- बहुत ही सुंदर। आपकी रसीली पंक्तियाँ खुद में जैसे बसंत का अनुभव ले आई हैं । शारदोत्सव की अग्रिम शुभकामनायें। ।।।
बेहतरीन।
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ReplyDeleteकौन देता है फूंक,
किंशुक किंकिणियों में जान
कौन पुरइन के पत्ते को
देता है रंगीले परिधान
वीथियाँ पुष्पों के शरण है
बसन्त के आने का ही लक्षण है ।
वाह।
ReplyDeleteअति सुंदर...मनमोहक सृजन प्रिय अमृता जी।
ReplyDelete-----
शब्द-शब्द शृंगार
मन भींजे मधुधार,
हिय का यह स्फुरण
बसंत आने का लक्षण है।
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सादर।
बहुत सुंदर।
ReplyDeleteनमस्ते,
ReplyDeleteआपकी इस प्रविष्टि के लिंक की चर्चा सोमवार 01 फ़रवरी 2021 को 'अब बसन्त आएगा' (चर्चा अंक 3964) पर भी होगी।--
चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्त्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाए।
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हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
#रवीन्द्र_सिंह_यादव
बहुत सुंदर गीत...
ReplyDeleteमन खुश हो गया मेरा..
राग-राग मल्हार
ReplyDeleteफाग-फाग विहार
अति सुंदर मनमोहक।
कविता की समाप्ति पर लगा प्रश्नचिन्ह निश्चय ही मंथन को विवश करता है।
पुलक का प्रस्फुरण है
बसंत आने का लक्षण है ?
अशेष शुभकामनाएं अमृता जी। सादर।
हर शब्द बासंती गीत गाता हुआ..
ReplyDeleteमन को हर्षाता हुआ..
Sundar मनोहारी अभिव्यक्ति
वाह ! वसंत न भी आने वाला हो तो आपकी पुकार सुनकर आ ही जाएगा
ReplyDeleteवाह!निशब्द हो जाती हूँ आपके सृजन पर।
ReplyDeleteझरने से बहता..बहुत ही सुंदर।
सादर
आते हुए बसंत की महक और चहक दोनों ही आपकी रचना से बासंती उन्माद लिए छलक रहा है।
ReplyDeleteसुंदर, मधुर, मंजुल।
मुग्ध करती रचना।
ReplyDeleteवाह, बहुत खूब .
ReplyDeleteपात-पात फुदकन
ReplyDeleteगात-गात मुदकन
हर शोक का हरण है
बसंत आने का लक्षण है ?
वसंत आगमन के लक्षणों को बताती सुंदर रचना 🌹🙏🌹
छोटे मीटर का गीत कल्पनाओं को अधिक जागृत करता है. और सवालिया निशान उन्हें विस्तारित कर देता है.
ReplyDeleteविगत का विस्मरण है
बसंत आने का लक्षण है ?
बहुत सुंदर.
वाह! शब्दों की अद्भुत मिठास!
ReplyDeleteवसंतोत्सव के रंगों से सजी मनमोहक अभिव्यक्ति । अद्भुत... अप्रतिम.. अति सुन्दर ।
ReplyDeleteबहुत ही सुंदर
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