कोई महल बेचता है तो कोई खोली
कोई बारूद बेचता है तो कोई बोली
कोई कटार बेचता है तो कोई रोली
कोई गुलाब बेचता है तो कोई गोली
सब बाजार हैं बाबू ! सब ऐयार हैं बाबू !
सब मालदार हैं बाबू ! सब खरीदार हैं बाबू !
यहाँ हर दाम पर चाम भी बिकता है
यहाँ हर चाम पर ईमान भी बिकता है
यहाँ हर ईमान पर नाम भी बिकता है
यहाँ हर नाम पर ईनाम भी बिकता है
सब चालबाज हैं बाबू ! सब दगाबाज हैं बाबू !
सब अंटीबाज हैं बाबू ! सब धोखेबाज हैं बाबू !
अब ये मत पूछिए कि खरा कौन है
अब ये मत पूछिए कि हरा कौन है
अब ये मत पूछिए कि भरा कौन है
अब ये मत पूछिए कि मरा कौन है
सब कसाव हैं बाबू ! सब बचाव हैं बाबू !
सब ऐराब हैं बाबू ! सब नवाब हैं बाबू !