प्रेम धागा जो कच्चा हो तो
मोटे नायलान से गूँथवाऊं
फिर भी जो टूट जाए तो
फेवी-क्विक से सटवाऊं
प्रेम पंथ ज्यों हो कठिन तो
मखमली कालीन बिछवाऊं
तिस पर भी कुछ चुभे तो
हवाई-मार्ग यूज में लाऊं
प्रेम गली अति सांकरी तो
उसपर बुलडोजर चलवाऊं
फोर-लेन पर जाम लगे तो
चार ओवर-ब्रिज बनवाऊं
प्रेम जो बाड़ी उपजे तो
हाई-टेक खेती करवाऊं
यहाँ जगह जो कम पड़े तो
चाँद पर भी कब्ज़ा जमाऊं
प्रेम जो हाट बिकाय तो
कौड़ी के भाव खरीद लाऊं
हवाला से स्विसबैंक में
व कुछ चैरिटी में बटवाऊं
और अंत में
प्रेम का पाठ जो पढ़े तो
स्वयंभू पंचायत बिठवाऊं
प्रेमी-युगल बच न पाए
सो ऑनर किलिंग करवाऊं.