tag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post7504251744646520587..comments2024-01-12T00:46:48.465+05:30Comments on Amrita Tanmay: इक प्रेत बैठा है ...Amrita Tanmayhttp://www.blogger.com/profile/06785912345168519887noreply@blogger.comBlogger33125tag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-36665506154003018062013-03-14T07:03:02.583+05:302013-03-14T07:03:02.583+05:30This comment has been removed by the author.ओंकारनाथ मिश्र https://www.blogger.com/profile/11671991647226475135noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-56862143201720081602013-03-05T12:42:15.049+05:302013-03-05T12:42:15.049+05:30जब प्रेत ही बैठा है
इस सनकी सीने में
तो हर्ज ही क्...जब प्रेत ही बैठा है<br />इस सनकी सीने में<br />तो हर्ज ही क्या है ?<br />उसी के कहे सा ही जीने में .<br /><br />सच कहा आपने .....कई बार प्रेत क्या लिखवा देता है ....पता ही नहीं चलता ...<br />सार्थक रचना ...Anupama Tripathihttps://www.blogger.com/profile/06478292826729436760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-70832094944690639132013-03-04T18:18:38.033+05:302013-03-04T18:18:38.033+05:30VAH KYA KHOOB. UTAR AAYA HAI PRET KAL SAM JINE SE ...VAH KYA KHOOB. UTAR AAYA HAI PRET KAL SAM JINE SE <br />LAGTA HAI JADA VO MERE DIL ME NAGINE SE<br />अज़ीज़ जौनपुरीhttps://www.blogger.com/profile/16132551098493345036noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-19293712121386097522013-03-04T17:57:39.142+05:302013-03-04T17:57:39.142+05:30शुक्रिया आपकी सद्य टिपण्णी का .समाज उपयोगी सार्थक ...शुक्रिया आपकी सद्य टिपण्णी का .समाज उपयोगी सार्थक लेखन के लिए बधाई .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-90186430766203021462013-03-04T17:57:20.881+05:302013-03-04T17:57:20.881+05:30बेहद अर्थ पूर्ण बहुत रवानी लिए है यह रचना .प्रवाह ...बेहद अर्थ पूर्ण बहुत रवानी लिए है यह रचना .प्रवाह ही प्रवाह .मानसिक स्थितियों का शब्द विस्फोट हुआ है रचना में जस का तस .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-21853548315803770442013-03-04T16:43:04.664+05:302013-03-04T16:43:04.664+05:30जब प्रेत ही बैठा है
इस सनकी सीने में
तो हर्ज ही क्...जब प्रेत ही बैठा है<br />इस सनकी सीने में<br />तो हर्ज ही क्या है ?<br />उसी के कहे सा ही जीने में .<br /> बिल्कुल मान लीजिये उसकी बात ………ये प्रेत सबमें है:)vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-21615859469792214202013-03-04T14:48:49.334+05:302013-03-04T14:48:49.334+05:30वैसे गौर फरमाया जाए तो
जब प्रेत ही बैठा है
इस सनकी...वैसे गौर फरमाया जाए तो<br />जब प्रेत ही बैठा है<br />इस सनकी सीने में<br />तो हर्ज ही क्या है ?<br />उसी के कहे सा ही जीने में .<br /><br />....आंतरिक द्वन्द की बहुत प्रभावी अभिव्यक्ति...Kailash Sharmahttps://www.blogger.com/profile/12461785093868952476noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-13636964600140622082013-03-04T13:47:28.267+05:302013-03-04T13:47:28.267+05:30मन की घुटन की भावभरी अभिव्यक्ति ,
इस सार्थक रचना...मन की घुटन की भावभरी अभिव्यक्ति ,<br /> इस सार्थक रचना के लिए <br /> शुक्रिया अमृता जी <br /> पहली बार आपके ब्लॉग पर आना <br /> हुआ रचना बहुत बढ़िया है.....<br />Aditi Poonamhttps://www.blogger.com/profile/07454848082907747001noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-88816841364302865032013-03-03T11:34:34.893+05:302013-03-03T11:34:34.893+05:30प्रेत न जाने क्या क्या करवा देता है हमसे।प्रेत न जाने क्या क्या करवा देता है हमसे।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-13146577728175331182013-03-03T11:30:53.597+05:302013-03-03T11:30:53.597+05:30जब प्रेत ही बैठा है
इस सनकी सीने में
तो हर्ज ही क्...जब प्रेत ही बैठा है<br />इस सनकी सीने में<br />तो हर्ज ही क्या है ?<br />उसी के कहे सा ही जीने में.<br /><br />शुक्रिया सुंदर रचना के लिएरचना दीक्षितhttps://www.blogger.com/profile/10298077073448653913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-38829959071956459902013-03-03T07:41:10.058+05:302013-03-03T07:41:10.058+05:30जब प्रेत ही बैठा है
इस सनकी सीने में
तो हर्ज ही क्...जब प्रेत ही बैठा है<br />इस सनकी सीने में<br />तो हर्ज ही क्या है ?<br />उसी के कहे सा ही जीने में .<br /><br />बात तो ठीक है Vandana Ramasinghhttps://www.blogger.com/profile/01400483506434772550noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-75560329626443140692013-03-02T14:52:29.082+05:302013-03-02T14:52:29.082+05:30प्रेत से दोस्ती...यह तो हॉरर फिल्म जैसा लगता है......प्रेत से दोस्ती...यह तो हॉरर फिल्म जैसा लगता है...Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-39938593822938225802013-03-02T13:47:15.958+05:302013-03-02T13:47:15.958+05:30मैं ही फ़रिश्ता भी हूँ और मैं ही शैतान भी.......अम...मैं ही फ़रिश्ता भी हूँ और मैं ही शैतान भी.......अमृता जी इतनी नायब उर्दू के लिए सलाम अर्ज़ करता हूँ........ये भी पता है की ये कहाँ से आई है :-) इमरान अंसारी https://www.blogger.com/profile/01005182448449326178noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-30046244024233621122013-03-02T02:32:40.556+05:302013-03-02T02:32:40.556+05:30कभी कभी जब जानते हुए भी अनचाही चीज़ें करता हूँ, मु...कभी कभी जब जानते हुए भी अनचाही चीज़ें करता हूँ, मुझे भी कुछ ऐसा ख्याल आता है कि कोई है मुझमें मेरा ही दुश्मन!Madhureshhttps://www.blogger.com/profile/03058083203178649339noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-61421931808228839932013-03-01T22:50:06.816+05:302013-03-01T22:50:06.816+05:30आप भी न डॉ मोनिका जी -ये प्रेत से पीछा छुडाने की क...आप भी न डॉ मोनिका जी -ये प्रेत से पीछा छुडाने की कामना कीजिये न :-) Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-82981176305468618602013-03-01T22:48:27.663+05:302013-03-01T22:48:27.663+05:30मजेदार -कोई प्रेत अनुष्ठान हो और उस प्रेत से पिंड ...मजेदार -कोई प्रेत अनुष्ठान हो और उस प्रेत से पिंड छूटे -न जाने कहाँ से भटका हुआ आया है -गया से तो नहीं ?? :-) Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-39349870313497769182013-03-01T22:37:47.448+05:302013-03-01T22:37:47.448+05:30जो दिल मे हो उसकी सुनने में हर्ज़ क्या ..............जो दिल मे हो उसकी सुनने में हर्ज़ क्या ...........अनुपम........Dr. sandhya tiwarihttps://www.blogger.com/profile/15507922940991842783noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-61719061328856103852013-03-01T22:27:10.684+05:302013-03-01T22:27:10.684+05:30लगता है जैसे किसी ने कोई ऐसी बात कह दी हो...जिसके ...लगता है जैसे किसी ने कोई ऐसी बात कह दी हो...जिसके आगे कुछ और जोड़ने की जरूरत न हो। बहुत-बहुत शुक्रिया सुंदर रचना के लिए।वृजेश सिंहhttps://www.blogger.com/profile/14993147600916233758noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-79842769796860332032013-03-01T21:17:08.417+05:302013-03-01T21:17:08.417+05:30वैसे गौर फरमाया जाए तो
जब प्रेत ही बैठा है
इस सनकी...वैसे गौर फरमाया जाए तो<br />जब प्रेत ही बैठा है<br />इस सनकी सीने में<br />तो हर्ज ही क्या है ?<br />उसी के कहे सा ही जीने में .<br /><br />गजब का फलसफा Ramakant Singhhttps://www.blogger.com/profile/06645825622839882435noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-69008078633012264012013-03-01T20:48:50.482+05:302013-03-01T20:48:50.482+05:30यदि हिन्दी में लिखतीं इस कविता को तो बहुत अच्छा ...यदि हिन्दी में लिखतीं इस कविता को तो बहुत अच्छा होता। सुझाव है कि उर्दू में न लिखें। आपका मन विशुद्ध हिन्दी में अच्छा पढ़ने में आता है तथा मनभावन भी होता है। बुरा न मानना।Harihar (विकेश कुमार बडोला) https://www.blogger.com/profile/02638624508885690777noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-14758360216659901682013-03-01T20:13:24.403+05:302013-03-01T20:13:24.403+05:30बहुत खूब
सुन्दर भावाभिव्यक्ति बहुत खूब <br />सुन्दर भावाभिव्यक्ति शिवनाथ कुमारhttps://www.blogger.com/profile/02984719301812684420noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-48098973167435137922013-03-01T20:02:54.136+05:302013-03-01T20:02:54.136+05:30मन तो वही सुनता है जो दिल मे हो .....चाहे वो प्रेत...मन तो वही सुनता है जो दिल मे हो .....चाहे वो प्रेत ही क्यों न हो. सुन्दर.ओंकारनाथ मिश्र https://www.blogger.com/profile/11671991647226475135noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-70596580771548407752013-03-01T18:28:43.069+05:302013-03-01T18:28:43.069+05:30वोह ज़माने में ढुंढते रहे रोशनी ,
जिनसे रोशन वक़्त क...वोह ज़माने में ढुंढते रहे रोशनी ,<br />जिनसे रोशन वक़्त की तंहाईयाँ थीं ...। ~ प्रदीप यादव ~Pradeep Yadavhttps://www.blogger.com/profile/06764495107711090668noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-46187303765182278472013-03-01T18:22:02.422+05:302013-03-01T18:22:02.422+05:30शानदार, परंतु प्रेत को मुस्तकबिल देना
तमन्नाओं की ...शानदार, परंतु प्रेत को मुस्तकबिल देना<br />तमन्नाओं की घुटन बयान करता सा लगा ....<br />गहरी ऊहापोह ...Pradeep Yadavhttps://www.blogger.com/profile/06764495107711090668noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-71025656601610484742013-03-01T16:24:14.558+05:302013-03-01T16:24:14.558+05:30जब करना उसने ही है तो उसकी सुनने में हर्ज़ क्या !!...जब करना उसने ही है तो उसकी सुनने में हर्ज़ क्या !!वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.com