tag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post6653564305599552109..comments2024-01-12T00:46:48.465+05:30Comments on Amrita Tanmay: भ्रूणमेध यज्ञ करते हुए ...Amrita Tanmayhttp://www.blogger.com/profile/06785912345168519887noreply@blogger.comBlogger35125tag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-77707217173887666732013-06-02T23:31:47.515+05:302013-06-02T23:31:47.515+05:30सचमुच बहुत ही सशक्त अभिव्यक्ति। कोई भी माँ नहीँ ज...सचमुच बहुत ही सशक्त अभिव्यक्ति। कोई भी माँ नहीँ जानती कि वह किसे जन्म दे रही है. मानव को या दानव कोAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/03051171614183614154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-68710719399853372292013-05-29T08:56:39.416+05:302013-05-29T08:56:39.416+05:30मातृत्व का उलाहना, क्षोभ का गर्भ
और माता होने की ...मातृत्व का उलाहना, क्षोभ का गर्भ <br />और माता होने की विवशता एक साथ प्रकट करती रचना <br />....साधो आ. अमृता जी Pradeep Yadavhttps://www.blogger.com/profile/06764495107711090668noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-91906841056061661792013-05-28T07:08:30.731+05:302013-05-28T07:08:30.731+05:30Kuputro jaayet tadapi kumaata n bhavati!Kuputro jaayet tadapi kumaata n bhavati!Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-24125949517976404002013-05-27T16:39:41.065+05:302013-05-27T16:39:41.065+05:30उत्कृष्ट रचना !!उत्कृष्ट रचना !!पूरण खण्डेलवालhttps://www.blogger.com/profile/04860147209904796304noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-16877726159848513012013-05-27T15:56:32.620+05:302013-05-27T15:56:32.620+05:30आपको यह बताते हुए हर्ष हो रहा है के आपकी यह विशेष ...आपको यह बताते हुए हर्ष हो रहा है के आपकी यह विशेष रचना को आदर प्रदान करने हेतु हमने इसे आज २७ मई, २०१३ के <a href="http://bulletinofblog.blogspot.in" rel="nofollow"> ब्लॉग बुलेटिन-आनन् फ़ानन </a> पर स्थान दिया है | बहुत बहुत बधाई |Tamasha-E-Zindagihttps://www.blogger.com/profile/01844600687875877913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-52870752139859971862013-05-27T15:05:59.500+05:302013-05-27T15:05:59.500+05:30जो जननी जानती ...
बस यही एक अंजाना सत्य रहता है जो...जो जननी जानती ...<br />बस यही एक अंजाना सत्य रहता है जो उजागर नहीं होता समय के गर्भ से ... गहरे भाव सी उपजी रचना ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-56789163182468676732013-05-27T10:29:32.829+05:302013-05-27T10:29:32.829+05:30बिलकुल सही बातबिलकुल सही बातआशा बिष्टhttps://www.blogger.com/profile/09252016355406381145noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-61063241404040184442013-05-27T02:18:10.976+05:302013-05-27T02:18:10.976+05:30कोई नहीं जानता की कोख में कौन पल रहा है.....भगत सि...कोई नहीं जानता की कोख में कौन पल रहा है.....भगत सिंह या जयचंद....रखवाला या हत्यारा...एक कहानी पढी थी...एक औरत ने कठोर तप किया...तब जाकर भगवान प्रगट हुए ..भगवान ने कहा कि उसकी इच्छा पूरी होगी..पर वो अवगुणों से भरा होगा..पर औऱत के अंदर की मां को वो भी मंजूर था...पर जब भगवान ने कहा कि वो देशद्रोही भी होगा....तो ये सुनकर औरत बिना कुछ वापस चली गई...जाहिर है मां बनना कम से कम भारत की नारियों के लिए आज भी तमाम दर्द के बाद भी भगवान कि नेमत है...पर ये नेमत आगे क्या गुल खिलाएगी ये तो वो मां भी नहीं जानती...क्योंकि कोई भी औऱत जो मां होगी वो कभी भी अपने संतान को गलत करना नहीं सिखाती...हाल कि पढ़ी बेहतरीन कविताओं में एकRohit Singhhttps://www.blogger.com/profile/09347426837251710317noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-90296528267710047922013-05-27T01:12:11.256+05:302013-05-27T01:12:11.256+05:30जीवनदायिनी के लिए सबसे कठिन काम ये. किन्तु संतति ऐ...जीवनदायिनी के लिए सबसे कठिन काम ये. किन्तु संतति ऐसे हों तो माँ जीते जी ही मर जाए. सुन्दर लेखनी.ओंकारनाथ मिश्र https://www.blogger.com/profile/11671991647226475135noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-28797770398574239592013-05-26T23:50:47.731+05:302013-05-26T23:50:47.731+05:30वह कुकृत्यों का इतिहास लिखेगा
तो वह स्वयं ही
अपने ...वह कुकृत्यों का इतिहास लिखेगा<br />तो वह स्वयं ही<br />अपने गर्भ में<br />वेदों-उपनिषदों का वेदी बनाती<br />और भ्रूणमेध यज्ञ करते हुए<br />एक नया वेद का सृजन कर देती<br />पर किसी मलेच्छ की माँ बनना<br />किसी कीमत पर स्वीकार नहीं करती <br /><br />आपने सच कहा गलानी से भर जाता है मन Ramakant Singhhttps://www.blogger.com/profile/06645825622839882435noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-74467752525151041702013-05-26T23:45:20.975+05:302013-05-26T23:45:20.975+05:30ख़ुशी तो हर जन्म पर होती है माँ को । बच्चे ही अपने...ख़ुशी तो हर जन्म पर होती है माँ को । बच्चे ही अपने कृत्यों से उसे ऐसा सोचने को विवश कर देते हैं । मार्मिक रचना । amit kumar srivastavahttps://www.blogger.com/profile/10782338665454125720noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-39266609030424328812013-05-26T22:45:54.488+05:302013-05-26T22:45:54.488+05:30अदभुत और बेहतरीन.अदभुत और बेहतरीन.रचना दीक्षितhttps://www.blogger.com/profile/10298077073448653913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-61378508790582152502013-05-26T22:18:54.962+05:302013-05-26T22:18:54.962+05:30माँ का बस चलता तो दुनिया का ढंग ही कुछ और होता!माँ का बस चलता तो दुनिया का ढंग ही कुछ और होता!प्रतिभा सक्सेनाhttps://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-69263668434913914612013-05-26T20:30:45.783+05:302013-05-26T20:30:45.783+05:30This comment has been removed by the author.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-42101268860326875152013-05-26T20:28:16.688+05:302013-05-26T20:28:16.688+05:30पूर्वजों के संस्कार घटिया होते हैं,
पालन पोषण घटिय...पूर्वजों के संस्कार घटिया होते हैं,<br />पालन पोषण घटिया होता है<br />समाज घटिया होता है<br />आसपास का वातावरण घटिया होता है<br /><br />मनुष्य तो सिर्फ कुरूप या, रूपवान<br />मूर्ख, मंदबुद्धि, बुद्धिमान होता है<br /><br />राक्षस, पापी, अनैतिक कोई नहीं होता<br /><br />पाप-पुण्य, नैतिक-अनैतिक<br />यह सिर्फ उन लोगों का मापदण्ड है ।<br />जो उस व्यक्ति का विश्लेषण कर रहे हैं ।<br /><br />विशेष- मापदण्ड भी घटिया हो सकता है ।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-64397774565839465672013-05-26T13:19:48.105+05:302013-05-26T13:19:48.105+05:30नग्न सत्य नग्न सत्य राजेश सिंहhttps://www.blogger.com/profile/02628010904084953893noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-21555445628135392742013-05-26T13:00:02.978+05:302013-05-26T13:00:02.978+05:30कोई माँ ऐसे बच्चे को जन्म नही देना चाहेगी बेहद उम्...कोई माँ ऐसे बच्चे को जन्म नही देना चाहेगी बेहद उम्दा प्रस्तुतिvandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-79920051895186861502013-05-26T09:49:55.247+05:302013-05-26T09:49:55.247+05:30काश किसी माँ को यह पहले से ज्ञात होता, मार्मिक पंक...काश किसी माँ को यह पहले से ज्ञात होता, मार्मिक पंक्तियाँ।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-12374033210396708382013-05-26T07:10:30.948+05:302013-05-26T07:10:30.948+05:30भ्रूण हत्या से घिनौना ,
पाप क्या कर पाओगे !
नन्...भ्रूण हत्या से घिनौना ,<br />पाप क्या कर पाओगे !<br />नन्ही बच्ची क़त्ल करके ,<br />ऐश क्या ले पाओगे !<br />जब हंसोगे, कान में गूंजेंगी,उसकी सिसकियाँ !<br />एक गुडिया मार कहते हो कि, हम इंसान हैं !Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-12470095471516031672013-05-26T06:54:16.552+05:302013-05-26T06:54:16.552+05:30totally agree!!!sach hi to hai ye kavita!!!totally agree!!!sach hi to hai ye kavita!!!abhihttps://www.blogger.com/profile/12954157755191063152noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-6158536387753195912013-05-26T06:25:01.214+05:302013-05-26T06:25:01.214+05:30जीवन देने वाली कभी नहीं चाहती है कि उसका अंश आँचल ...जीवन देने वाली कभी नहीं चाहती है कि उसका अंश आँचल को तार-तार करने वाला निकले...पर आज का सच काफी दारूण है.. <br />कितनी देर बजेगी रणभेरी <br />कहीं मैंने तुम्हें अपनी कोख से <br />जन्म के निर्णय को स्थगित कर दिया तो ......?<br /><br />राहुल https://www.blogger.com/profile/10291047869113788114noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-65762432857622445312013-05-26T05:47:36.238+05:302013-05-26T05:47:36.238+05:30सही शब्दों में सही आक्रोश और पीड़ा की अभिव्यक्ति सही शब्दों में सही आक्रोश और पीड़ा की अभिव्यक्ति Vandana Ramasinghhttps://www.blogger.com/profile/01400483506434772550noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-55308395197274552292013-05-25T23:18:52.821+05:302013-05-25T23:18:52.821+05:30कोई भी माँ अपने बच्चे को बुरा नहीं बनाना चाहती ......कोई भी माँ अपने बच्चे को बुरा नहीं बनाना चाहती .... बहुत गहन रचना । संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-18609593866704097012013-05-25T22:43:30.481+05:302013-05-25T22:43:30.481+05:30बेहद सशक्त और उत्कृष्ट अभिव्यक्ति। बेहद सशक्त और उत्कृष्ट अभिव्यक्ति। Madhureshhttps://www.blogger.com/profile/03058083203178649339noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-17198091020597235082013-05-25T22:30:04.202+05:302013-05-25T22:30:04.202+05:30वाह... उम्दा, बेहतरीन अभिव्यक्ति...बहुत बहुत बधाई....वाह... उम्दा, बेहतरीन अभिव्यक्ति...बहुत बहुत बधाई...<br /><br /><a href="http://pbchaturvedi.blogspot.in/2013/05/blog-post_5199.html" rel="nofollow">@मेरी बेटी शाम्भवी का कविता-पाठ</a><br />प्रसन्नवदन चतुर्वेदी 'अनघ' https://www.blogger.com/profile/03784076664306549913noreply@blogger.com