tag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post4463635003875691955..comments2024-01-12T00:46:48.465+05:30Comments on Amrita Tanmay: फ़रियाद ....Amrita Tanmayhttp://www.blogger.com/profile/06785912345168519887noreply@blogger.comBlogger25125tag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-18944921152610830802014-09-04T19:49:34.184+05:302014-09-04T19:49:34.184+05:30sunder shabd prawaah...bhawuk abhivyaktisunder shabd prawaah...bhawuk abhivyaktiAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/01229721606335613058noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-24147522206079165072014-06-29T14:02:56.694+05:302014-06-29T14:02:56.694+05:30वाह .....बेहतरीन वाह .....बेहतरीन सदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-13770031171394148852014-06-26T00:26:06.172+05:302014-06-26T00:26:06.172+05:30Nice post...Nice post...Sanjuhttps://www.blogger.com/profile/00171018255400064717noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-70065986001081272732014-06-23T16:20:24.616+05:302014-06-23T16:20:24.616+05:30बहुत दिनों के बाद फिर ब्लूगिंग पर निकला हूँ. सबसे ...बहुत दिनों के बाद फिर ब्लूगिंग पर निकला हूँ. सबसे पहले तो तुम्हारे ब्लॉग पर ही पहुंचा . आप अब और भी अच्छा लिखने लगी है . मेरी बधाई और शुभकामनाये vijay kumar sappattihttps://www.blogger.com/profile/06924893340980797554noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-50740218384664220152014-06-22T03:09:14.348+05:302014-06-22T03:09:14.348+05:30जिस्म है तो
उसकी फितरत ही है
सुलगते रहने की.
साँसे...जिस्म है तो<br />उसकी फितरत ही है<br />सुलगते रहने की.<br />साँसे हैं तो<br />उसकी किस्मत है<br />अपनी बेवफाई में ही<br />उलझते रहने की...<br /><br />'आदत' ही है. असीरी से निकलता है और फिर असीरी के सिम्त ही मोड़ लेता है. 'आदत' है.ओंकारनाथ मिश्र https://www.blogger.com/profile/11671991647226475135noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-42981383880524438232014-06-21T22:56:58.614+05:302014-06-21T22:56:58.614+05:30मन को छूती अभिव्यक्ति
बधाई ------मन को छूती अभिव्यक्ति<br /> बधाई ------Jyoti kharehttps://www.blogger.com/profile/02842512464516567466noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-61698419537922358202014-06-21T20:20:33.866+05:302014-06-21T20:20:33.866+05:30खूबसूरत अल्फ़ाज़ों में पिरिया है आपने मन के जज़्बातों...खूबसूरत अल्फ़ाज़ों में पिरिया है आपने मन के जज़्बातों को।<br />और ये जज़्बातों का तूफ़ान किन्ही फ़ितरत की लकीरों से बंधा हुए थोड़े ही है, ये तो बहा ले जाता है तिनके को … और उसकी आगोश में तिनके और तूफ़ान के ख़ुद के वजूद घुल जाते हैं .... किसी फ़रियाद की गुंजाइश ही नहीं रहती। Madhureshhttps://www.blogger.com/profile/03058083203178649339noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-59433288323783956202014-06-21T17:47:10.131+05:302014-06-21T17:47:10.131+05:30.... और अंतत: सारी फ़रियाद रूह की बेबसी में घुलमिल ....... और अंतत: सारी फ़रियाद रूह की बेबसी में घुलमिल जाती है। पर क्या फरियाद का जोखिम इतना ही तक सीमित होता है ? बेहद दिव्य एहसास में डूबी हुई इस तरह की कविता के लिए ह्रदय से सिर्फ फ़रियाद। <br /><br />कभी मैंने कहा था---- कितना कुछ है आपके आकाश में ………Rahul...https://www.blogger.com/profile/11381636418176834327noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-1945641583203173722014-06-21T16:42:31.261+05:302014-06-21T16:42:31.261+05:30आँसू ख़ुद एक फ़रियाद है. उससे पहले जो कुछ है वह ख़...आँसू ख़ुद एक फ़रियाद है. उससे पहले जो कुछ है वह ख़ुशी है या ज़ुल्म है. कविता में हमेशा की तरह कुछ 'असंभव-सी' अभिव्यक्तियाँ हैं जो प्रवाहमान हैं.<br />Bharat Bhushanhttps://www.blogger.com/profile/10407764714563263985noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-65973741950610063992014-06-19T14:07:29.670+05:302014-06-19T14:07:29.670+05:30खुबसूरत अहसास बेहतरीन अंदाज..खुबसूरत अहसास बेहतरीन अंदाज..Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-63680149799724422802014-06-19T13:08:22.739+05:302014-06-19T13:08:22.739+05:30फ़रियाद उस की सुनी जाती है जो बलशाली होता है ... ति...फ़रियाद उस की सुनी जाती है जो बलशाली होता है ... तिनका जब तूफ़ान के हाथ होता है उसकी कहाँ चल पाती है ... पर फिर भी जरूरी है फ़रियाद ... रोना जरूरी है दुग्ध की चाह के लिए...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-91988410434054368742014-06-19T11:32:24.993+05:302014-06-19T11:32:24.993+05:30सुन्दर अभिव्यक्ति...
एक छोटा सा सुझाव: कई जगह वर्...सुन्दर अभिव्यक्ति...<br /><br />एक छोटा सा सुझाव: कई जगह वर्तनी गलतियां [spelling mistakes] हैं.. एक बार ज़रूर देखें और ठीक कर लें.. खासकर उर्दू शब्दों में..Pratik Maheshwarihttps://www.blogger.com/profile/04115463364309124608noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-81169452940243835822014-06-18T10:20:13.780+05:302014-06-18T10:20:13.780+05:30रचना का सुन्दर प्रवाह और मन के अनुभूतियों का फरिय...रचना का सुन्दर प्रवाह और मन के अनुभूतियों का फरियाद ...Ranjana vermahttps://www.blogger.com/profile/18228698425578643882noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-38531325965580430672014-06-18T10:19:56.184+05:302014-06-18T10:19:56.184+05:30रचना का सुन्दर प्रवाह और मन के अनुभूतियों का फरिय...रचना का सुन्दर प्रवाह और मन के अनुभूतियों का फरियाद .....Ranjana vermahttps://www.blogger.com/profile/18228698425578643882noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-48585884988473037392014-06-17T19:50:51.752+05:302014-06-17T19:50:51.752+05:30सीधी बात...सीधी बात...Vaanbhatthttps://www.blogger.com/profile/12696036905764868427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-60428391740820787362014-06-17T14:06:51.862+05:302014-06-17T14:06:51.862+05:30बहुत खूबसूरत अहसास। ......उर्दू के लफ़्ज़ों का खूबसू...बहुत खूबसूरत अहसास। ......उर्दू के लफ़्ज़ों का खूबसूरत इस्तेमाल किया है आपने । paर पहली बार प्रवाह कुछ रुका सा लगा आपकी रचना में । कुछ कमियाँ जो मेरी नज़र में आईं वो ये हैं :-<br /><br />तिनका = तिनके <br />जर्रा-जर्रा = ज़र्रे-ज़र्रे <br />सिला = सिले <br />तिनका का तक़दीर = तिनके की तकदीर <br />लिखने लगता है = लिखने लगती है <br />रहता है = रहती है इमरान अंसारी https://www.blogger.com/profile/01005182448449326178noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-26686648738896791322014-06-17T09:14:34.313+05:302014-06-17T09:14:34.313+05:30दुनिया जालिम है, स्वार्थी है। बेकसूर आंसुओं की फरि...दुनिया जालिम है, स्वार्थी है। बेकसूर आंसुओं की फरियाद सुनी जानी चाहिए और कसूरवार पछताएं आंखों की भी। दुनिया जालिम है या स्वार्थी है इस नाते कि किसी के पास कोई समय नहीं अपनी गति में सब भागे जा रहे हैं इसलिए। याद रहे न रहें, सुनी जाए या न जाए पर फरियाद करनी चाहिए। सार्थक कविता।साहित्य और समीक्षा डॉ. विजय शिंदेhttps://www.blogger.com/profile/18249451298672443313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-49577274238222540182014-06-16T22:16:55.560+05:302014-06-16T22:16:55.560+05:30रूह है तो
उसकी भी बेबसी है...
फ़रियाद करते बेकसूर ...रूह है तो<br />उसकी भी बेबसी है...<br /> फ़रियाद करते बेकसूर अश्क भी... बहुत सुंदरसंध्या शर्माhttps://www.blogger.com/profile/06398860525249236121noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-79298652081539775302014-06-16T22:03:02.527+05:302014-06-16T22:03:02.527+05:30उसकी भी बेताबी है
कहीं निसार हो जाए
और रूह है तो
उ...उसकी भी बेताबी है<br />कहीं निसार हो जाए<br />और रूह है तो<br />उसकी भी बेबसी है<br />फना होने के लिए<br />अमृता जी बहुत सुन्दर और प्यारे भाव ...<br />भ्रमर 5 Surendra shukla" Bhramar"5https://www.blogger.com/profile/11124826694503822672noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-18487128735316205822014-06-16T19:57:56.711+05:302014-06-16T19:57:56.711+05:30बेहतरीन अभिव्यक्ति !!बेहतरीन अभिव्यक्ति !!Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-35359582889602339332014-06-16T19:35:39.126+05:302014-06-16T19:35:39.126+05:30फ़रियाद सुनी जाती है अंततः ! फ़रियाद सुनी जाती है अंततः ! Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-91824318900412114432014-06-16T19:24:02.608+05:302014-06-16T19:24:02.608+05:30तूफान में हथेली से तिनका छूटने का अहसास बड़ा ही कष्...तूफान में हथेली से तिनका छूटने का अहसास बड़ा ही कष्टकारी है। Harihar (विकेश कुमार बडोला) https://www.blogger.com/profile/02638624508885690777noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-20862744649981924862014-06-16T19:22:58.025+05:302014-06-16T19:22:58.025+05:30बहुत सुंदर अभिव्यक्ति ।बहुत सुंदर अभिव्यक्ति ।सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-15676277215870512472014-06-16T19:19:53.709+05:302014-06-16T19:19:53.709+05:30ब्लॉग बुलेटिन की आज की बुलेटिन त्रासदी का एक साल ...ब्लॉग बुलेटिन की आज की बुलेटिन <a href="http://bulletinofblog.blogspot.in/2014/06/blog-post_16.html" rel="nofollow"> त्रासदी का एक साल - ब्लॉग बुलेटिन </a> मे आपकी पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !ब्लॉग बुलेटिनhttps://www.blogger.com/profile/03051559793800406796noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4304125366269866195.post-29944406728745144112014-06-16T19:01:09.272+05:302014-06-16T19:01:09.272+05:30फना होने के लिए
कहीं बोसोकनार हो जाए...
पर जब तिनक...फना होने के लिए<br />कहीं बोसोकनार हो जाए...<br />पर जब तिनका का तक़दीर<br />कोई तूफ़ान लिखने लगता है<br /><br />अनुभूतियों और भावनाओं का सुंदर समवेश इस खूबसूरत प्रस्तुति मेंसंजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.com